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शशिकला बनना चाहती थीं मुख्यमंत्री, लेकिन बनीं कैदी नंबर 9435

सुप्रीम कोर्ट द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी करार दी गई अन्नाद्रमुक(AIADMK) महासचिव वी.के. शशिकला ने आज यहां विशेष अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की सहयोगी के रूप में दशकों बिताने वाली वीके शशिकला अब अपने अगले चार साल बेंगलुरु की जेल के सेल में बितायेंगीं। जिस सेल में शशिकला को रखा गया है उसमें पहले से ही दो महिला भी हैं, इस दौरान उन्हें दिन में दो बार अख़बार पढ़ने के लिए मिलेगा।
जेल सूत्रों के अनुसार शशिकला को पहनने के लिए 3 नीले रंग की साड़ी दी गई हैं जोकि आम महिला कैदियों को भी दी जाती हैं। 
शशिकला अब बेंगलुरु जेल की कैदी नंबर 9435 हैं और वो अब जेल में मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाएंगी जिसके मेहनताना के रूप में उन्हें रोजाना 50 रुपए मजदूरी मिलेगी।
सूत्रों के मुताबिक शशिकला को जेल में किसी भी तरह का कोई वी.वी.आई.पी. ट्रीटमैंट नहीं मिल रहा है, जेल में वो एक सामान्य कैदी की तरह ही अपने चार साल बिताएंगीं.

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